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Friday, October 26, 2012

Identifying Error Beep Codes on Booting




Beep codes produced by a computer is very important for a Computer Technician. You can save a lot of time troubleshooting by just listening to these beep codes. That's why it is very important to bring your own PC speaker when you are in the field. I always encounter PC's that doesn't have a PC speaker, or if there is one, it is connected the wrong way (+ to - and vice versa) so make sure to check it first before doing anything else.

Old-school PC speaker

Small but terrible. This is what I bring whenever i'm on the Road.



The most common beeps that you will encounter 95% of the time in repairing PC's are:

1 beep - computer ok
continous beeps / long beeps - memory error
continous short beeps - bios boot block/corrupted bios
1 long beep followed by 3 short beeps - video card error

They are the most common/standard beep codes that you will encounter daily as a Computer Tech. However if you happen to came across other beep codes that are not listed above, you can check out this list



AMI BIOS 


  1. 1 Short - Computer ok 
  2. 2 Short - RAM failure 
  3. 3 Short - Parity RAM failure 
  4. 4 Short - System timer failure 
  5. 5 Short - Motherboard failure 
  6. 6 Short - Keyboard controller error 
  7. 7 Short - CPU failure 
  8. 8 Short - Video RAM failure 
  9. 9 Short - ROM BIOS error 
  10. 10 Short - CMOS read/write error 
  11. 11 Short - Cache RAM error 
  12. 1 Short, 3 long - Memory failure 
  13. 1 Short, 8 long - Video adapter failure 


Check board/chipset makers website for more infomation.

AWARD BIOS 

1 long - Memory error 
1 long, 2 short - Video error 
1 long, 3 short - Video failure 
Continuous beeps - Memory or video failure 

note that AWARD relies on motherboard manufacturers to develop their own beep codes - the above are only their own internal codes. You will need to refer to your own manual for an explanation of precise codes. 


Standard IBM beep codes. 

No beep - Power supply or motherboard failure 
1 short - System is ok 
2 short - POST error (code displayed on screen) 
Repeating short - Motherboard failure 
1 long, 1 short - Motherboard failure 
1 long, 2 short - Video display adapter failure 
1 long, 3 short - Video display adapter error 
3 long - Keyboard error 


Pheonix beep codes 

1-1-3 CMOS memory failure 
1-1-4 BIOS failure 
1-2-1 System timer error 
1-2-2 Motherboard error 
1-2-3 Motherboard error 
1-3-1 Motherboard error 
1-4-1 Motherboard error 
1-4-2 Memory error 
2-x-x Memory failure (any number of other beeps) 
3-1-x Chipset error (any number of other beeps) 
3-2-4 Keyboard controller error 
3-3-4 Video adapter failure 
4-2-4 Expansion card failure 
4-3-4 Time of day clock failure 
4-4-1 Serial port error 
4-4-2 Parallel port error 
4-4-3 Math co-processor error

Thursday, September 27, 2012

सात समंदर पार मैं तेरे पीछे-पीछे आ गया...


           सात समंदर पार मैं तेरे पीछे-पीछे आ गया...

लड़का, लड़की से सिर्फ़ कुछ देर के लिए मिलता है, उसे उससे प्यार हो जाता है और दोनों अपने-अपने रास्त चले जाते हैं. सालों बाद लड़का फिर उसी शहर में आता है अपने खोए हुए प्यार की तलाश में....

ये किसी हिंदी फिल्म की कहानी नहीं बल्कि एक असली वाकया है, जो कनाडा के सैंडी क्रॉकर के साथ हुआ.

ब्रिटिश कोलंबिया में रहने वाले 34 साल के सैंडी पेशे से डेंटिस्ट हैं. सैंडी हज़ारों मील का सफ़र तय कर आयरलैंड आए हैं, उस लाल बालों वाली लड़की को ढूंढने जिनसे वे क्लेयर काउंटी के एक कैफ़े में मिले थे.एक साल पहले सैंडी कनाडा से आयरलैंड आए और यहां उनकी मुलाकात बस थोडी़ देर के लिए एक लड़की से हुई जिसे वे आज तक भुला नहीं सके.
सैंडी के इस रूमानी सफ़र की अमरीका और कनाडा के मीडिया में बहुत चर्चा है.


मीडिया की दिलचस्पी

सैंडी उस कैफ़े में भी गए जहां वे उस लड़की से मिले थे और उन्होंने स्थानीय अख़बार 'क्लेयर पीपुल' में उसके बारे में एक नोटिस भी छपवाया है. सैंडी को अब तक उस लड़की को ढूंढने में सफलता तो नहीं मिली है लेकिन उनकी कहानी मीडिया को बहुत लुभा रही है.
सैंडी कहते हैं, "आज अगर मैं उस लड़की से मिल पाया, तो इस बात पर हंसी आएगी. ये बात पूरे आयरलैंड में फैल गई है और इसकी चर्चा अमरीका और कनाडा में भी हो रही है. सट्टा लगाने वाले इस बात पर सट्टा लगा रहे हैं कि क्या मैं उससे मिल पाऊंगा और शादी करूंगा या फिर वो पहले से ही शादीशुदा है. मुझे तो उसका नाम भी नहीं पता. इस पूरे किस्से में यही तो अनोखी बात है."
सैंडी को इस बात पर हैरानी है कि अपने प्यार से दोबारा मिल पाने की उनकी तलाश कैसे पूरी दुनिया में लोगों के दिलों को छू रही है.
अमरीका के एबीसी न्यूज़ चैनल ने उनका इंटरव्यू लिया है और उनकी कहानी हफ़िग्टन पोस्ट जैसे समाचार वेबसाइटों पर छपी है.
वो कहते हैं, "ज़्यादातर लोग ऐसे किस्से पर हंस कर उन्हें भूल जाते हैं. मैं भी घर वापस जाउंगा लेकिन 50 साल बाद जब मैं इन कुछ हफ़्तों के बारे में सोचूंगा जो मैंने अपने पागलपन में आयरलैंड में उस एक ख़ूबसूरत लड़की की तलाश में बिताए, तो मुझे कोई पछतावा नहीं होगा."
भले ही सैंडी को वो आयरिश लड़की न मिले लेकिन वो ख़ुश हैं कि उन्होंने कम-से-कम कोशिश तो की.

Thursday, June 7, 2012

NIIT Sem 4th 5th 6th, www.technopedia.co.in


NIIT Sem 6th Special
Due To Some Technical  Reason www.technopedia.co.in Is Close, But You Can Still Download The Notes Of  Technopedia (Sem 4th_5th_6th). Plz Follow The Link http://www.ravini.in  Best of luck for your exam. 
                                                      
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Technopedia (Sem 4th_5th_6th) का नोट्स डाउनलोड कर सकते हैं.  कृपया  लिंक का पालन करें - http://www.ravini.in      अपकी परीक्षावो के लिए शुभकामनाएँ. 

                                                    
                                                     Special Thanks To
     

Monday, May 21, 2012

Yeh Khula Aasmaan - New Teenage Inspirational Movie

              Yeh Khula Aasmaan 

                                                                                              New Teenage Inspirational Movie


Yeh Khula Aasmaan is a 25 May 2012 release, relationship based film by Gitanjali Sinha, Starring veteran actors Raghubir Yadav, Yashpal Sharma and introducing Raj Tandon and Anya Anand (New Actress From Bihar).






The film is inspired by a true story and tells the tale of a young IIT aspirant's academic failures and the problem of crumbling family ties. Already screened to rave reviews at international film festivals, the film makes its debut at cinema theaters across India on 25 May 2012.


Plot
Yeh Khula Aasmaan revolves around Avinash, a young intelligent boy going through an extremely challenging phase of life due to his academic failures. He feels an immense vacuum which unfortunately his busy parents are unable to fill. In desperation he visits his Grandfather (Dadu) after several years.
Being the Best Kite Runner of his era, Dadu uses the 'kite' to subtly impart the lessons of life and prepares Avinash to face life. Under Dadu's company Avinash discovers many unexplored yet invaluable facets of life finding true Friendship, Love and Inspiration to lead a life full of hope, joy and success.

Cast & Crew

The film stars Raghubir Yadav, Yashpal Sharma, Raj Tandon, Anya Anand, Manjusha Godse, Kishor Nadalskar, Nitin Kerur, Aditya Siddhu and Gulshan Pandey.
The film is directed by Gitanjali Sinha, who has trained in film making at the New York Film Academy, USA, St. Martin’s College of Arts, London, and at Subhash Ghai’s Whistling Woods Film Institute in Mumbai. Hemendra Aran of Gitanjali Creations has produced the movie. 90% of the film has been shot in Bihar’s picturesque Bhagalpur
Producer: Hemendra Aran
Director: Gitanjali Sinha
Writers : Gitanjali Sinha & Samarth Lahri
Director of Photography: Vivek Shah
Music  : Anand - Milind
Lyrics & Dialogue : Ravi Chopra
Production Design : Alok Haldar
Editing : Kaustubh Chitnis
Sound  : Anita Kushwaha
Executive Producers : Hemendra Aran, Neena Sinha, Ulhas Shewde


HD WallpaperYeh Khula Aasmaan















Friday, May 11, 2012

www.technopedia.co.in, NIIT SEM 4th_5th_6th

Due To Some Technical  Reason www.technopedia.co.in Is Close, But You Can Still Download The Notes Of  Technopedia. Plz Follow The Link http://www.ravini.in                                               
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कुछ तकनीकी कारणों से  www.technopedia.co.in  बंद है, लेकिन आप अभी भी Technopedia का नोट्स डाउनलोड कर सकते हैं.  कृपया  लिंक का पालन करें -  http://www.ravini.in                   
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Special Thanks To Rajesh Kumar Mehta Owner Of    www.technopedia.co.in 
                                           

Friday, April 6, 2012

www.ravini.in गूगल का चमत्कारी चश्मा


गूगल ने संवर्धित रिएलिटी चश्मों पर किए गए शोध की जानकारी सार्वजनिक कर दी है.
इस परियोजना का नाम है प्रोजेक्ट ग्लास और गूगल ने इससे जुड़ी संक्षिप्त जानकारी, जैसे इसकी तस्वीरें और वीडियो अपने सोशल नेटवर्किंग साइट गूगल+ पर जारी की हैं.

चश्मे में लगे स्क्रीन पर तमाम जानकारियां हासिल की
जा सकती हैं
तस्वीरों में चश्मे पर लगे माइक्रोफोन और आंशिक रूप से पारदर्शी वीडियो स्क्रीन को दर्शाया गया है जो कि इस्तेमाल करनेवाले की दाईं आंख के सामने लगी होगी.
इस उत्पाद को विकसित करनेवाले शोधकर्ताओं का कहना है कि गूगल+ पर जारी कर वो इसके बारे में लोगों की राय जानना चाहते हैं.
हालांकि उन्होंने ये संकेत नहीं दिया कि ये उत्पाद बिक्री के लिए बाजार में कब उतारा जाएगा और इसकी कीमत क्या होगी.



गूगल की प्रयोगशाला गूगल एक्स ने अपने बयान में कहा, ''हममें से कुछ लोगों ने प्रोजेक्ट ग्लास की शुरुआत की ताकि ऐसी तकनीक विकसित की जा सके जिससे आपको अपनी दुनिया से जुड़ी बातें पता चल सकें और उसे आपस .में बांटा भी जा सके. हम ये जानकारी इसलिए साझा कर रहे हैं ताकि इस पर बातचीत की जा सके और आपके सुझावों से सीखा जा सके.''

हममें से कुछ लोगों ने प्रोजेक्ट ग्लास की शुरुआत की ताकि ऐसी तकनीक विकसित की जा सके जिससे आपको अपनी दुनिया से जुड़ी बातें पता चल सकें और उसे आपस में बांटा भी जा सके."
गूगल एक्स

सुविधाएं

रिएलिटी चश्मों पर जारी किए गए वीडियो से पता चलता है कि उपभोक्ताओं को इससे 14 अलग-अलग तरह की सेवाएं मिल सकेंगी, जिनमें मौसम संबंधी जानकारी, उनकी भौगोलिक स्थिति और डायरी में दर्ज व्यस्तताओं की सूचना शामिल है.
फिल्म में दिखाया गया है कि चश्मा प्रयोगकर्ता को शाम की एक मुलाकात की सूचना देता है और ये भी बताता है कि शाम को बारिश होने की दस फीसदी संभावना है.
गूगल का चश्मा जीपीएस चिप के जरिए ये भी चेतावनी देता है कि सब-वे सेवा निलंबित है.
उपभोक्ता का कोई दोस्त यदि उसे संदेश भेजता है कि वो उससे दिन में किसी वक्त मिलना चाहता है तो उसे भी बोलकर जवाब दिया जा सकता है.


चश्मे में गूगल मैप की सुविधा भी उपलब्ध है जिसकी मदद से उपभोक्ता अपनी मंजिल तक आसानी से पहुंच सकता है.
वीडियो डिस्प्ले वाला चश्मा ये भी बताएगा कि
सब-वे सेवा निलंबित है.
इसके साथ ही यूजर अगर किसी दृश्य को देख रहा है और उसकी तस्वीर लेना चाहता है तो वो भी इस चश्मे से संभव है, साथ ही तस्वीर को मित्रों के साथ शेयर करने का विकल्प भी मौजूद है और वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की सुविधा भी.
वीडियो में ये भी दिखाया गया है कि गूगल के चश्मे से संगीत भी सुना जा सकता है.

कीमत

गूगल के इस प्रोजेक्ट को लेकर कई तरह के कयास लगाए जा रहे थे और कुछ खबरों में इसे बेहद गोपनीय बताया जा रहा था, लेकिन ये पहली बार है कि गूगल ने सार्वजनिक कर दिया है कि वो किस परियोजना पर काम कर रहा है.
न्यूयॉर्क टाइम्स ने पहले खबर दी थी कि गूगल के चश्मे का पहला संस्करण इस साल के आखिर में बिक्री के लिए बाजार में आएगा और इसकी कीमत होगी 250 से 600 डॉलर के बीच.
लेकिन विशेषज्ञों का मानना है कि वीडियो में जो तकनीक दिखाई गई है उसे बाजार में आने में थोड़ा और वक्त लग सकता है.
इससे पहले 'ब्रदर' जैसी कंपनी ने इस तकनीक को विकसित करने का प्रयास किया था लेकिन उसे कामयाबी नहीं मिल सकी.

प्रतियोगिता



गूगल अगर चश्मे को कामयाबी से बाजार में उतार पाता है तो उसे कुछ अन्य कंपनियों से प्रतियोगिता का सामना भी करना पड़ सकता है.
गूगल के चश्मे से दुकान में रखी चीजों की भी
 जानकारी मिल सकेगी.
2008 में एप्पल ने लेसर तकनीक पर आधारित सिर पर लगने वाले एक डिस्प्ले सिस्टम का पेटेंट करवाया था जिसमें आईपॉड से वीडियो देखने की सुविधा थी.
हाल ही में सोनी और माइक्रोसॉफ्ट ने भी उपभोक्ता की आंखों के ठीक सामने लगने वाले छोटे डिस्प्ले को विकसित करने के विचार को पेटेंट करवाया है.
गूगल इससे पहले भविष्य की अपनी योजनाओं के बाजार में उतारे जाने से कई साल पहले ही उसकी घोषणा कर देता था.
जैसेकि 2010 में कंपनी ने घोषणा की थी कि उसने कैलिफोर्निया की सड़कों पर एक स्वचालित कार का परीक्षण किया है, लेकिन ये नहीं बताया था कि ऐसी कार बिक्री के लिए कब उपलब्ध हो सकेगी.


www.ravini.in गूगल का महातेज़ ब्रॉडबैंड

गूगल फाइबर

गूगल अमरीका के कैन्सस शहर में दुनिया के सबसे तेज़ इंटरनेट के लिए ख़ास फाइबर की तारें बिछाने जा रहा है. इस नए नेटवर्क के शुरू हो जाने के बाद इस शहर में एक जीबीपीएस की डाउनलोड क्षमता वाला इंटरनेट उपभोक्ताओं को मिल सकेगा.
यह इंटरनेट कितना तेज़ है इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि अभी अमरीका में इंटरनेट की औसत गति 12.67 एमबीपीएस है. भारत में यह गति 1.92 एमबीपीएस है.
वर्तमान में दुनिया में सबसे तेज़ औसत ब्रॉडबैंड दक्षिण कोरिया में उपलब्ध है जहाँ 31.77 एमबीपीएस की डाउनलोड गति उपलब्ध है. दुनिया में ब्रॉडबैंड की गति के मामले में अमरीका 30 वें स्थान पर आता है जबकि भारत इस मामले में 137 वें पायदान पर खड़ा है.

भविष्य

कई विशेषज्ञों का मानना है कि गूगल फाइबर नाम की यह परियोजना इंटरनेट का भविष्य है. पर इस परियोजना के तहत उपलब्ध होने वाली इंटरनेट की स्पीड इस कदर ज़्यादा है कि उद्योगों और लोगों के जीवन पर इसका क्या प्रभाव पडेगा यह कह पाना मुश्किल है.
कैन्सस शहर में एक तकनीकी मार्केटिंग सलाहकार एरोन डेकन कहते हैं " यह बताता है कि दुनिया किस तरफ जा रही है."
हालाँकि इंटरनेट का बीज अमरीका में ही सबसे पहले पनपा था लेकिन समय के साथ इंटरनेट डाउनलोड के मामले में अमरीका पिछड़ता ही चला गया. डेकन कहते हैं कि दुनिया में कुछ जगहें हैं जहाँ बहुत तेज़ ब्रॉडबैंड हैं लेकिन अमरीका में समय के साथ बदलने की रफ़्तार तुलनात्मक रूप से कम है.

अनजाने असर

डेकन

"इस नए ब्रॉडबैंड की वजह से जिस तरह से वीडियों बनाए जाते हैं उन पर असर पडेगा. इसका सीधा मतलब यह भी होगा कि छोटे व्यवसायों और उद्योग धंधों में शामिल लोग तेज़ी के साथ बिना किसी समस्या के वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग कर पाएगें. इसके अलावा छोटे व्यवसाय क्लाउड कम्प्यूटिंग का व्यापक इस्तेमाल कर पाएगें."
पर एक महा तेज़ ब्रॉडबैंड का कैन्सस शहर के आम जन जीवन पर क्या असर पडेगा यह अनुमान लगा पाना विशेषज्ञों के लिए भी मुश्किल है. बहुत तेज़ डाउनलोड का मतलब है कि लोग जिन वेब साइटों का इस्तेमाल पहले करते थे अब उनका इस्तेमाल अधिक तेज़ी के साथ कर पायेगें.
डेकन कहते हैं " लोग मजाक में कहते हैं कि इसका अर्थ होगा तेज़ यू ट्यूब डाउनलोड."
डेकन के अनुसार इस नए ब्रॉडबैंड की वजह से जिस तरह से वीडियों बनाए जाते हैं उन पर असर पडेगा. इसका सीधा मतलब यह भी होगा कि छोटे व्यवसायों और उद्योग धंधों के लोग तेज़ी के साथ बिना किसी समस्या के वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग कर पाएगें. इसके अलावा छोटे व्यवसाय क्लाउड कम्प्यूटिंग का व्यापक इस्तेमाल कर पाएगें.
डॉक्टरों और अस्पतालों को यह फायदा होगा कि वे आसानी के साथ भारी भरकम मेडिकल चित्र जैसे एमआरआई के स्कैन भेज पाएगें. लोगों की सुरक्षा पर यह असर होगा कि बहुत ही उच्च क्षमता के सीसी टीवी कैमरों का इस्तेमाल किया जा सकेगा.

'वाई फाई बिन बेकार'

कैन्सस के लोगों के इस परियोजना को लेकर अति उत्साह के बावजूद कई लोग इसको लेकर बहुत उत्साहित नहीं हैं. डेकन का कहना है "तकनीक एक दुधारी तलवार है. आप इसके ज़रिये अपने लिए नेतृत्व खडा कर सकते हैं या फिर आप एक गिनीपिग की तरह भी काम आ सकते हैं."
गूगल के द्वारा 2010 सुपर हाई स्पीड ब्रॉड बैंड की परिकल्पना सार्वजनिक किए जाने के बाद से दुनिया बदल चुकी है. ओहायो स्टेट यूनीवर्सिटी में भूगोल के प्रोफ़ेसर एड मालेकी जो की तकनीक और अर्थशास्त्र पर भी महारथ रखते हैं वो कहते हैं कि उपभोक्ता बदल रहा है.
मोबाइल कंपनियों की बढ़ती सख्ती के बाद आम उपभोक्ता ज़्यादा से ज़्यादा वाई फाई का इस्तेमाल करने लगे हैं. मालेकी के अनुसार अगर गूगल अपना सुपर फास्ट ब्रॉडबैंड वाई फाई पर उपलब्ध करता है तो तो ठीक है वरना यह लोगों की कोई ख़ास मदद नहीं करेगा."
अमरीका में तकनीक पर नज़र रखने वाली एक दूसरी विशेषज्ञ सुश्री बेले का कहना है कि दुनिया बदल देने वाली तकनीकों को जड़ पकड़ने में बरसों लग जाते हैं.
बेले के अनुसार "जब बिजली आई तो लोगों ने घरों में इसे इसलिए अपना कि यह तेल से जलने वाले दियों की अपेक्षा अधिक सुविधाजनक थी. उस समय किसी महान दूरदृष्टा ने भी नहीं सोचा होगा कि बिजली का प्रयोग व्यापार और मानव जाति को किस तरह से बदल देगा."