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Saturday, July 16, 2011

meri kalam se: कहीं बहुत दूर आ गए हैं मुडकर देखना भी दुश्वार लगता...

meri kalam se: कहीं बहुत दूर आ गए हैं
मुडकर देखना भी दुश्वार लगता...
: "कहीं बहुत दूर आ गए हैं मुडकर देखना भी दुश्वार लगता है... कि सोचा ही नहीं था ,ऐसा मकाम भी होगा तारे ही नहीं मेरा तो सारा आसमान होगा.... ..."

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